Shree Vardhman Mantra : शक्तिशाली वर्धमान मंत्र: प्रतिदिन २७ बार, जिससे प्रतिदिन जपने से मिलती है असीम शांति और ऊर्जा,
Shri Vardhmaan Mantra
श्री वर्धमान मंत्र, जिसे वर्धमान मंत्र भी कहा जाता है, एक शक्तिशाली जैन मंत्र है जिसका अर्थ है “वर्धमान की रक्षा करो।” यह मंत्र भगवान वर्धमान की प्रार्थना है और सुरक्षा, समृद्धि और सफलता के लिए कहा जाता है.
मंत्र:
- “वर्धमान मंत्र सर रक्षा भवतु स्वाहा”
- “ओम नमो भगवत वर्धमानसिह”
- “सस जस चकम जलम गच्छ आयसम पायालया भयाल जु एवा विवा देवा रंगवा लेवा मोहवा सज सत्ता अपराजितो भवतु में रख रख स्वाहा”
महत्व:
- सुरक्षा:यह मंत्र भक्तों को विभिन्न प्रकार की बुराइयों और बाधाओं से सुरक्षा प्रदान करता है.
- समृद्धि:यह मंत्र समृद्धि, धन और सफलता प्रदान करने के लिए भी जाना जाता है.
- आत्म-शक्ति:यह मंत्र भक्तों को आत्म-शक्ति और दृढ़ संकल्प प्रदान करता है.
- शांत मन:यह मंत्र भक्तों को शांत मन और मानसिक शांति प्रदान करता है.
जाप विधि:
- इस मंत्र का जाप नियमित रूप से किया जा सकता है, विशेष रूप से सुबह और शाम को.
- इस मंत्र का जाप 27 बार करने की सिफारिश की जाती है.
- आप इस मंत्र का जाप एक माला या अन्य धार्मिक उपकरण का उपयोग करके कर सकते हैं.
निष्कर्ष:
श्री वर्धमान मंत्र एक शक्तिशाली और कल्याणकारी मंत्र है जो भक्तों को सुरक्षा, समृद्धि और सफलता प्रदान करता है. इस मंत्र का नियमित जाप करने से भक्तों को लाभ हो सकता है,जैसा कि यह भी माना जाता है YouTube.
शक्तिशाली वर्धमान मंत्र: प्रतिदिन २७ बार
श्री वर्धमान मंत्र, “ॐ वर्धमानाय नमः” है। इसे श्री वर्धमान तीर्थंकर, जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर को समर्पित किया गया है। यह मंत्र जैन समुदाय में व्यापक रूप से जप किया जाता है और इसे धन और समृद्धि के लिए शक्तिशाली माना जाता है,
श्री वर्धमान मंत्र का अर्थ:
- ॐ (Om):यह एक पवित्र प्रतीक है जो ब्रह्मांडीय ऊर्जा और सर्वोच्च शक्ति का प्रतिनिधित्व करता है।
- वर्धमानाय (Vardhmanaya):यह श्री वर्धमान तीर्थंकर का नाम है।
- नमः (Namah):यह एक सम्मानजनक शब्द है जिसका अर्थ है “नमन” या “नमस्कार”।
मंत्र का महत्व:
- यह मंत्र श्री वर्धमान तीर्थंकर के गुणों का सम्मान करता है और उनके आशीर्वाद की प्रार्थना करता है।
- यह मंत्र समृद्धि, सफलता और धन का आशीर्वाद देने वाला माना जाता है।
- यह मंत्र मानसिक शांति और सद्भाव प्रदान करता है।
मंत्र का उपयोग:
- यह मंत्र प्रतिदिन या विशेष अवसरों पर जप किया जा सकता है।
- यह मंत्र किसी भी कार्य को शुरू करने से पहले भी जप किया जा सकता है ताकि सफलता और आशीर्वाद प्राप्त हो सके।
सारांश:
“ॐ वर्धमानाय नमः” मंत्र जैन धर्म में श्री वर्धमान तीर्थंकर को समर्पित एक शक्तिशाली और शुभ मंत्र है। यह समृद्धि, सफलता और धन का आशीर्वाद देने वाला माना जाता है,